झूठी तसल्लियाँ अच्छी होती हैं by @jaunsee
झूठी तसल्लियाँ अच्छी होती हैं इनसे इंसान टूट कर बिखरता नहीं इनसे इंसान विघटित होता है !! तिल तिल , क़तरा क़तरा, आहिस्ता आहिस्ता !! यूँ भी रोज़ाना का मरना ही हम जैसों की नियति है!! #मैं
Hindi poetry Nazm and Ghazal