ये पूरबी हवा का झोंका / @jaunsee



ये पूरबी हवा का झोंका


जो हौले से बह रहा है


ये झोंका सहला रहा है मुझे


मैं हर साँस भीतर भर रही हूँ इसे


ये मुझे हर सम्त से महका रहा है


मैं रेत के मानिन्द


इसमें घुलकर बिखरना चाहती हूँ


पर ये लौट जायेगा!


और मैं ज़िन्दा रहूँगी पहले जैसे


क्या सिर्फ़ साँस लेते रहना ही ज़िन्दगी है?

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