'हिज्र के साथी'
'हिज्र के साथी'
तुम्हे बिन बताए तुम्हारी आवाज़
जो रिकॉर्ड कर ली थी
वो बातें, वो लता, रफ़ी के गाने
सेव्ड चैट्स..!
मेरे आँसूं, तुम्हारी ग़ज़लें
इन सबके साथ साथ ये सितारे
जिन्हें देखकर
तुम्हारी शक्ल बनाती हूँ
ये भी मेरे हिज्र के साथी हैं
और हाँ...!
इनके बिछड़ने का डर भी नहीं!
Comments
Post a Comment