DelhiRains






इक तेरी दीद के मुन्तज़िर हम 

बारिश से दिल सुलगाते हैं ! 

जब रिमझिम अब्र बरसता है 

हम आग से आग बुझाते हैं !!! 

ये झरझर करता पानी भी 

यूँ भर जाता है आँगन को 

फिर हम भी गीली मिट्टी में 

यादों की पौध लगाते हैं !! 


#जौनसी

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